Hip Pain in Hindi: आजकल कूल्हों में दर्द यानी हिप्स में दर्द (Hip Pain) की समस्या को एक आम समस्या माना जाता है, लेकिन अगर कूल्हों में दर्द की समस्या को नजरअंदाज कर दिया जाए तो आपकी समस्या कम होने की बजाय और बढ़ सकती है। एक शोध के अनुसार 100 में से 10 लोगों को कूल्हों में दर्द की शिकायत होती है। Dr. Lalit Modi के मुताबिक अगर इस समस्या को लंबे समय तक नजरअंदाज किया गया या इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो Joint Replacement Surgery भी करनी पड़ सकती है। इस लेख में, हम समझेंगे कि कूल्हों में दर्द से कैसे छुटकारा पाया जाए।
- हिप्स में दर्द की तकलीफ क्या है?
- हिप्स में दर्द के कारण क्या हैं?
- हिप्स में दर्द के लक्षण क्या हैं?
- हिप्स में दर्द का निदान कैसे किया जाता है?
- हिप्स में दर्द की तकलीफ को दूर करने के लिए इलाज कैसे किया जाता है?
इन सवालों के साथ ही हम कूल्हे के दर्द से जुड़े अन्य सवालों के जवाब जानने की कोशिश करेंगे।
अगर आप हिप में दर्द से परेशान है और हिप रिप्लेसमेंट करवाना चाहते है तो आज ही डॉ. ललित मोदी जी से संपर्क करे , डॉ. ललित मोदी जी जयपुर के सर्वश्रेस्थ ऑर्थोपेडिक सर्जन है जो आपको Hip Replacement Surgery प्रदान कर सकते है।
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हिप्स में दर्द (Hip Pain in Hindi) की तकलीफ क्या हैं?
कमर दर्द यानी कूल्हे में दर्द की समस्या ज्यादातर बुजुर्गों को होती है। लेकिन यह परेशानी सिर्फ बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं है। कूल्हे के दर्द की समस्या के पीछे हड्डियों में तरल पदार्थ की कमी भी होती है, जिससे कूल्हे में दर्द बना रहता है। दरअसल, तरल पदार्थ की कमी से हड्डियों में घिसाव होने लगता है, जिससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। अगर यह ऐसे ही शुरू हो जाए तो हड्डियों के टूटने की संभावना ज्यादा रहती है और दर्द भी बना रहता है।
हिप्स में दर्द का कारण क्या है? (Cause of Hip Pain in Hindi)
कमर में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। पसंद करना:
- कूल्हों की हड्डियों के बीच एक तरह का तरल पदार्थ होता है, जिसकी मदद से हड्डियां ठीक से काम करती हैं। अगर इस तरल पदार्थ की कमी हो जाए तो कूल्हों में दर्द की समस्या शुरू हो सकती है।
- अगर किसी व्यक्ति को ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या है तो उसे कूल्हे के दर्द की समस्या हो सकती है।
- जिन लोगों को गठिया की समस्या है तो उन्हें कमर दर्द की समस्या हो सकती है।
- यदि कोई पुरानी चोट या गिरने के कारण फ्रैक्चर है, तो कूल्हे में दर्द होने की संभावना है।
- अगर किसी कारण से आपको कूल्हे के जोड़ों में संक्रमण हो गया है, तो कूल्हे के दर्द की समस्या भी शुरू हो सकती है।
- धूम्रपान या स्टेरॉयड के लंबे समय तक उपयोग से कूल्हे में दर्द हो सकता है।
- महिलाओं में 40 की उम्र के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जिसे मेडिकल टर्म में बोन डेंसिटी कहते हैं। इसे आम भाषा में समझें तो इसे हड्डियों के घनत्व में कमी भी कहते हैं। ऐसी स्थिति में कूल्हों में दर्द भी हो सकता है।
- हिप्स में दर्द नस के सिकुड़ने या बहुत ज्यादा टाइट कपड़े पहनने के कारण भी हो सकता है।
- शरीर में विटामिन-डी और कैल्शियम की कमी से भी हिप्स में दर्द हो सकता है।
- बैठने की खराब मुद्रा।
- बहुत अधिक चीनी या मिठास का सेवन करना।
- कुछ शोधों के अनुसार हर्निया के मरीजों को कूल्हे में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।
इन उपरोक्त कारणों के अलावा अन्य कारणों से भी कूल्हों में दर्द हो सकता है। लेकिन कभी-कभी महिलाओं और पुरुषों में कूल्हे के दर्द के कारण अलग-अलग हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
महिलाओं में हिप्स में दर्द के कारण- (Cause of Hip Pain in women)
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कूल्हे का दर्द अधिक आम है। शोध के अनुसार 30 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं में कमर दर्द की समस्या कई कारणों से शुरू हो जाती है। दरअसल, अधिक वजन वाली और मधुमेह वाली महिलाओं को कूल्हे के दर्द का खतरा अधिक होता है। कम उम्र की महिलाओं में गर्भपात के कारण भी कूल्हे के दर्द की समस्या बनी रहती है।
वहीं गर्भावस्था या बच्चे के जन्म के बाद शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण कूल्हे में दर्द की शिकायत होती है। इसके अलावा जो महिलाएं शारीरिक क्षमता से अधिक शारीरिक गतिविधि करती हैं, एक ही स्थान पर घंटों बैठती रहती हैं या बैठने की उचित आदत नहीं होने के कारण भी कूल्हे के दर्द से पीड़ित होती हैं।
पुरुषों में हिप्स में दर्द के कारण- (Cause of Hip Pain in men)
अधिक काम करने वाले पुरुषों को कमर में दर्द की शिकायत होती है। रिसर्च के मुताबिक 20 से 50 साल के पुरुषों में कूल्हे के दर्द की समस्या आम होती जा रही है, जिसके कारण ज्यादा से ज्यादा समय तक डेस्क जॉब करना या लगातार एक ही पोजीशन में बैठना। वहीं, कूल्हों में दर्द की समस्या उन पुरुषों में ज्यादा देखने को मिलती है जिनकी हड्डियां द्रव्य सूखने लगती हैं।
इस लेख में हम आगे समझेंगे कि कूल्हे के दर्द के लक्षण क्या हो सकते हैं। क्योंकि शरीर में नकारात्मक बदलाव हमें सचेत करने के लिए काफी हैं।
हिप्स पेन के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Hip Pain in Hindi)
कूल्हों में दर्द या कूल्हों में बेचैनी को समझने के लिए निम्नलिखित लक्षणों को महसूस किया जा सकता है। पसंद करना:
- जांघों में तेज दर्द
- कूल्हे के जोड़ों में या भीतरी भाग में दर्द महसूस होना
- कूल्हे का दर्द पहुंचना या महसूस होना
- तेजी से काम करने, चलने या झुकने पर बेचैनी महसूस होना
- कमर या कूल्हों में सूजन
इन लक्षणों के अलावा अन्य लक्षणों को भी महसूस किया जा सकता है। इसलिए अगर आपको कोई लक्षण नजर आए तो देर न करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
हिप्स में दर्द का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Hip Pain in Hindi)
कूल्हे के दर्द की समस्या को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ निम्नलिखित बॉडी चेकअप और टेस्ट की सलाह दे सकते हैं। इसमे शामिल है:
- एक्स-रे
- सीटी स्कैन
- एमआरआई स्कैन
- अल्ट्रासाउंड
- रक्त परीक्षण
इन उपरोक्त परीक्षणों के अलावा, डॉक्टर रोगी के चिकित्सा इतिहास के बारे में पूछ सकता है और आवश्यकता के अनुसार अन्य परीक्षणों की भी सिफारिश कर सकता है।
कूल्हे में दर्द की परेशानी को दूर करने के लिए क्या है इलाज? (Treatment for Hip Pain in Hindi)
- कूल्हे के दर्द का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। यदि व्यायाम से संबंधित दर्द हुआ है, तो यह आमतौर पर आराम करने से ठीक हो जाता है। ऐसे में डॉक्टर आपको आराम करने की सलाह देते हैं।
- अगर आपको गठिया की समस्या है तो स्वास्थ्य विशेषज्ञ आपको पेन किलर जैसी दवाएं लिखेंगे।
- भौतिक चिकित्सा लेने की सलाह दी जाती है।
- यदि चोट के कारण कूल्हे में दर्द हो रहा है, तो बिस्तर पर आराम और नेपरोक्सन जैसी दवाएं स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित की जाती हैं।
- हिप फ्रैक्चर या कोई बड़ी चोट होने पर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की जा सकती है।
कूल्हे के दर्द का इलाज ऊपर बताए अनुसार किया जाता है। लेकिन कई बार मरीज की स्थिति या बीमारी की गंभीरता को देखते हुए इलाज किया जाता है, लेकिन ध्यान रहे कि ज्यादातर मामलों में आराम करने से समस्या ठीक हो जाती है।
यह भी समझ लें कि इलाज से दर्द में तुरंत आराम मिल सकता है, लेकिन दर्द दूर होने में थोड़ा समय लग सकता है। इसलिए चिंता न करें और इलाज ठीक से करवाएं और अपने डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह का ठीक से पालन करें। लापरवाही के कारण दर्द कम होने की बजाय बढ़ सकता है।
कूल्हे में दर्द की परेशानी को दूर करने के लिए क्या करें?
कमर दर्द से राहत पाने के लिए अपनाएं ये टिप्स। पसंद करना:
1. नियमित व्यायाम करें – आप नियमित रूप से टहलने के लिए जा सकते हैं और दो से ढाई किलोमीटर पैदल चल सकते हैं। आप चाहें तो नियमित व्यायाम कर सकते हैं। ऐसा करने से हड्डियां मजबूत होती हैं और शरीर में एनर्जी बनी रहती है।
2. योग करें – कहा जाता है कि योग में ही शरीर को स्वस्थ रखने का राज छिपा है. इसलिए नियमित योग से शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है और आप सकारात्मक बदलावों को समझ सकते हैं।
3. वजन का रखें ख्याल – बढ़ते वजन में हिप्स के दर्द की वजह भी छिपी होती है। इसलिए बढ़ते वजन को संतुलित रखें और कमर के दर्द से निजात पाएं।
4. धूप में कुछ समय बिताएं – कूल्हों के दर्द की समस्या को दूर करने के लिए विटामिन-डी बहुत जरूरी है। इसलिए रोज सुबह कुछ देर धूप में बैठें। ऐसा करने से विटामिन-डी की कमी को दूर किया जा सकता है।
5. स्वस्थ आहार – प्रोटीन और फाइबर से भरपूर आहार लें।
6. लहसुन का सेवन करें – कूल्हे में दर्द की समस्या को दूर करने के लिए लहसुन फायदेमंद माना जाता है। इसलिए आप नियमित रूप से सुबह खाली पेट 2 से 3 कली कच्चे लहसुन का सेवन कर सकते हैं।
7. विटामिन-ई का सेवन करें – कूल्हे के दर्द से राहत पाने के लिए विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इसलिए आप बादाम के अलावा मछली और मूंगफली का सेवन कर सकते हैं। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड की मौजूदगी सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है।
ऊपर बताए गए इन पांच बातों का ध्यान रखें और कमर दर्द से छुटकारा पाएं।
डॉक्टर से परामर्श करना कब आवश्यक है?
अगर आपने कूल्हे के दर्द के लिए घरेलू नुस्खे और हेल्दी टिप्स अपनाए हैं, लेकिन आपका दर्द कम नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। इसके साथ ही आपको निम्न शारीरिक स्थितियों में भी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। पसंद करना:
- हमेशा कूल्हे में दर्द होना
- उठने या चलने में कठिनाई
- सूजन
- बुखार या संक्रमण की समस्या
- शरीर का अत्यधिक वजन बढ़ना
इन स्थितियों में डॉक्टर से सलाह जरूर लें। अगर आप कूल्हे के दर्द से जुड़े किसी भी तरह के सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप Dr. Lalit Modi Orthopedic Surgeon in Jaipur से समझें।